1 April क्या है क्यों बनाया जाता है दोस्तों को बेवकूफ क्या अप्रैल फूल की असली हकीकत ?
आज एक अप्रैल है, दुनिया भर के लोगों ने इस दिन का नाम रक्खा अप्रैल फूल। अप्रैल फूल मनाने वाले व्यक्ति एक दुसरे व्यक्ति को बेवकूफ बनाते हैं।
कितने लोगों के दिमाग में नहीं ख्याल रहता है कि आज अप्रैल की पहली तारीख है, और फोन पर बताया जाता है कि तुम्हारी पत्नी की अचानक मृत्यु हो गयी, कोई बताते है कि तुम्हारी मम्मी या पिता के मौत हो गया। किसी का बेटे तो किसी का कोई इत्यादि, सिर्फ ये ही नहीं ऐसे ऐसे घटना को लेकर मज़ाक उड़ाया जाता है कि पुछो ही मत।
इसका परिणाम बहुत ही खतरनाक निकलती है, कितनों की जाने चले जाते है। पिछले वर्ष एक दोस्त को अपनी जान गवानी पड़ी, विहार के नवादा जिला के रहने वाले रवि यादव, एक मां का एक ही लडला पिता बचपन में ही गुजर चुके थे, तीन बहन, जिनमें से दो बहन की शादी तीन महीने बाद ही होने वाली थी, उनके पत्नी और दो बच्चे थे एक पांच साल की लड़की और एक दो साल की लड़की, छोटी लड़की जब छ: महिने की थी उस वक्त आपने घर छोड़ कर रवि यादव सऊदी अरब परिवार के ख़ातिर चले गये।
०१-०४-२०१७ को भारतीय समय दोपहर दो बजे किसी दोस्त ने फोन किया " रवि तुम्हारे वहाँ भूकंप आया क्या? रवि ने बोला नहीं तो! उनके दोस्त बोला यहाँ बहुत ही खतरनाक हुआ भाई गाँव का हालात क्या बताए लेकिन तेरे घर में कोई न बचा सब मर गयी" रवि उस वक्त एक व्यक्ति को लेकर किसी काम कर रहा था। उस व्यक्ति कहने पर पता चला कि अचानक रवि कांपने लगा मैं उसे पकड़ लिया पुछने पर फोन वाले बात को सुनाई और उनकी मृत्यु हो गयी।
अब आप ही बताए, अप्रैल फूल ने किसी एक परिवार एक जिम्मेवार व्यक्ति के साथ क्या घिनोने हरकतें की!
कहां से शुरू हुई अप्रैल फूल जैसे बेवकूफ बनाने वाले दिन ?
सन 1582 से पहले साल का पहला महिना अप्रैल को माना जाता था, मगर 1582 में जब नया कलेन्डर इशु हुई, तो जनवरी माह को पहला महिना में जोड़ा गया, लेकिन अक्सर लोगों के लिए वें पसंद नहीं था और अप्रैल महिना को ऐतिहासिक बनाने के लिए अप्रैल की पहली तारीख को मज़क उड़ाने शुरू कर दिया, और उन पर बेवकूफी वाले हरकतें करने लगा, उसी बात को सामने रखकर स्पेन ने एक बहुत ही घिनोने हरकतें की, स्पेन में पहले से ही मुस्लिम समुदाय पर अत्याचार चलाते आ रहे थे स्पेन की खृष्टान मुसलमान पर अत्याचार करते हुए जबरन अपने धर्म में शामिल किया और मुसलमान को मजबूरन खृष्टान धर्म कबुल करना पड़ा, लेकिन खृष्टान स्पेन ने देखा कि मुसलमान का सही पर्ताल करना जरुरी है, क्या वें लोग ईमान में कौन सा धर्म को जगह दे कर रक्खा है।
फिर स्पेन खृष्टान ने मुसलमान के साथ एक चाल चालते हुए एक अप्रैल का दिन चुने। मुसलमान को ये बताते हुए समुद्री तट पर बुलाया कि अब मुसलमान पर कोई किस्म की खतरा नहीं होगा न किसी पर जुल्म किया जायगा, मुसलमान अगर स्पेन छोड़ कर जाना चाहे तो हम उनके लिए समुद्री जहाज़ से मदद करेंगे। इस बात पर यकीन करके सैंकड़ों मुसलमान समुद्री तट पर एकाट्ठा हो गये, और स्पेन खृष्टान ने सभी मुसलमान को समुद्री जहाज़ में चढ़ा कर कुछ दुर सफर तय करने के बाद बम विस्फोट करके सभी जहाज़ को डुबो दिया। सैंकड़ों मुसलमान शहीद हो गये, जिनमें औरत, मर्द, बच्चे और बुढ़ापे सभी शामिल थे। सिर्फ वह नहीं मस्जिद में भी मुसलमान कत्ल किया और दिन से लेकर कय दिन तक सिल सिला जारी रक्खा स्पेन में मुसलमान को तबाह कर दिया, जो कह ब्यान करने पर रुह कांप उठेंगे।
इस्लाम में मुसलमान को झूठ बोलने की इजाज़त नहीं देते, मुसलमान कभी ऐसा बेहुदा मज़ाक नहीं करते, और नही किसी को बेवकूफ बनाया जाता है। आज दुसरे धर्म के लोग ऐसे काम करते हैं, जिसमें परिणाम उनको भुगतना पड़ता है।
रवि यादव मेरा फेसबुक फ्रेन्ड थे, जब फुरसत मिलता मुझसे अपने परिवारिक बातें सुनते थे बहन की शादी की पुरी जिम्मेवारी रवि यादव का ही था, मगर एक अप्रैल ने रवि और उनके परिवार की सारी खुशी ही छीन लिया।
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